Sunday, October 22, 2017

श्योपुर

मध्य प्रदेश में श्योपुर का हिस्सा
श्योपुर जिले का नक्शा 
फर्नीचर के लिए प्रसिद्ध है । यहां पर सागोन के दरवाजे तथा खिडकियां खूबसूरत बनाए जाते हैं । श्योपुर में ककेता जलाशय , खेत्रपाल जैनी मंदिर , उठनवाड के शिवनाथ , ध्रुवकुंड , पालपुर (कूनो) की वाइल्ड लाइफ सेंचुरी , निमाड़ का मठ , रामेश्वर विजयपुर दुर्ग का संगम , सिरोनी का हनुमान मंदिर , जल मंदिर और दूबकुंड है । मध्य प्रदेश का सबसे ज्यादा कुपोषित जिला श्योपुर है । कुनो वन्यजीव अभयारण्य एशियाई शेरों के लिए चुना गया भारत का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है । अलाउद्दीन खिलजी 1301 रणथंभौर पर आक्रमण करने के बाद श्योपुर को अपने अधिकार में ले लिया था । श्योपुर चंबल नदी के तट पर स्थित है । श्योपुर जिला 1998 में मुरैना में से काट कर बनाया गया श्योपुर जिला अपनी कास्ट कला के लिए प्रसिद्ध है । शिवपुर का करहाल वन क्षेत्र वर्तमान में डकैत समस्या से ग्रसित है । पालपुर या कुनो वन्यजीव अभयारण्य श्योपुर में कूनो नदी के किनारे स्थित है । यहां पर गुजरात के गिर राष्ट्रीय उद्यान से एशियाई सिंहों को लेकर संरक्षण प्रदान किया जा रहा है । श्योपुर जिला अपनी काष्ठ कला के लिए प्रसिद्ध है ।



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